May 16, 2023

कुटुंब बगीचा खुशियों का – डॉ० कामाक्षी शर्मा

By Gina Journal

कुटुंब बगीचा खुशियों का

कुटुंब बगीचा खुशियों का,
इसको बड़ों ने सींचा है|

हर उलझन को सुलझाने का ,
परिवार के पास है तरीका |

हर मुश्किल में जो साथ खड़ा ,
हर कदम पकड़ कर हाथ खड़ा|

हर खुशियों को ले साथ खड़ा,
दादी बाबा का प्यार मिला|

संस्कृति धन अपार मिला,
मम्मी पापा का प्यार मिला।

खुशियां मिलती हर कदम-कदम ,
खुशियों से भरता घर आंगन।

ऐसा अनुपम है, हर कुटुंब,
जिसमें हर पल है ,नव उमंग,
उसे कहते हैं हम सब कुटुंब।

संस्कारों से सजे हर घर आंगन,
उस घर में रहे हर पल सावन।

खुशियों की चादर फैली है,
घर आंगन धूप सुनहरी है।

कुटुंब बगीचा खुशियों का,
जिसको बड़ों ने सीचा है।

हर उलझन को सुलझाने का
परिवार के पास तरीका है।।

डॉ० कामाक्षी शर्मा
हिंदी एवं संस्कृत विभाग
टी० जी ० टी० अध्यापिका
प्रज्ञान स्कूल, ग्रेटर नॉएडा