Category: परिवार अंक

June 9, 2023

परिवार हमारा सबसे प्यारा-डॉक्टर नरेश सिहाग एडवोकेट

परिवार हमारा सबसे प्यारा- डॉक्टर नरेश सिहाग एडवोकेट परिवार हमारा सबसे प्यारा, एकता का प्रतीक, खुशियों का आकारा। माँ की ममता, पिता का साथ, बच्चों की हँसी, सबसे अनमोल बात। साथी होते हैं हम हर गम में, देते हैं सहारा, बनाते हैं सपनों को हकीकत से सुंवारा। बड़े होते हैं आदर्श देश भक्त, छोटे होते हैं चंचल और जिद्दी नत्त। एक दूसरे का सम्मान करते […]

May 16, 2023

माँ – डॉ.रिखब चन्द राँका

माँ माँ तुम महान हो, जग का आधार हो। वेद तुम ,पुराण तुम, गीता और कुरान हो। काशी तुम,काबा तुम, तुम तीर्थ समान हो। मूरत तुम, सूरत तुम, तुम मन्दिर समान हो। पूजा तुम, नमाज़ तुम, तुम प्रार्थना अरदास हो। लक्ष्मी तुम,सरस्वती तुम, तुम नवदुर्गा समान हो। गंगा तुम, यमुना तुम, अमृतवाणी समान हो। प्रेम तुम,स्नेह तुम प्रेरणा बलिदान हो। दिव्य तुम, तेज तुम तुम […]

May 16, 2023

“मां” – डॉक्टर किरण ग्रोवर

“मां” मां तो मां होती है मां के पैरों में ज़न्नत होती है, मां के हाथो में स्वर्ग होता है। मां प्यार की पुतली होती है, मां ममता की कठपुतली होती है। मां के ह्रदय में संवेदना होती है, मां के मस्तिष्क में चेतना होती है। मां त्याग की प्रतिमूर्ति होती है, मां सहानुभूति की प्रतिच्छवि होती है। मां की उंगलियों में संस्पर्श होता है, […]

May 16, 2023

परिवार – सतीश कुमार नारनौंद

परिवार संस्कारों की मिलती घुट्टी, मेहनत रूप उपहार मिले। विकारों की श्रृंखला टूटी जहां एक सूत्र परिवार मिले।। तरु समक्ष है बुजुर्ग छांव, नित सदव्यवहार सिखाएं। मुकुल पा कवच आंचल ,फिर निर्भय हो मुस्कराएं।। प्रतिकूल हो कोई जीवन पथ पे,धूर्त रंगा सियार मिले। विकारों की श्रृंखला टूटी जहां एक सूत्र परिवार मिले।। मिलकर रहते सुख दुख में, यही प्रेम प्रीत का सार। अपनापन है रिश्तो […]

May 16, 2023

माँ – सुजाता जी नायक

माँ माँ तू है मुझे सबसे प्यारी माँ तू है सबसे न्यारी तुझी से है यह सारा संसार वरना सबकुछ है बेकार खुद भूखी रहकर तूने मुझे खिलाया उंगली पकड़कर तूने मुझे चलना सिखाया गलती करने पर तूने है डाँटा खुशी के समय तू बनी सहेली तुझी से बने सारे रिश्ते ‐ नाते तू ही है ममता की मूरत तू तो है रब से मिला […]

May 16, 2023

मां – रेनू बाला सिंह

मां प्रथम दोस्त औ’ ज्ञान भंडार है तू, आंचल में संस्कार समेटती है तू। करुणा ममता दया का सांचा तू , गंगा जल सी निर्मल पावन तू। हर सवाल का जवाब है तू, मेरी जिज्ञासा की आशा है तू। मातृत्व की शीतल छांव है तू, नंदनवन बगिया की मालिन हैतू। तुझसे ही है मेरी पहचान, तू ही संरक्षक तू ही उद्यान । तू ही मेरी […]

May 16, 2023

मांँ हर जन्म तेरी कोख से जन्म लूंँ – मधु अरोरा

मांँ हर जन्म तेरी कोख से जन्म लूंँ तेरी प्यारी गोद तेरा ही घर चाहिए। प्रदूषित बहुत भोजन हुआ अब तेरे हाथों का दाल -भात चाहिए। देख दुनिया की चिंता सताने लगी, आधुनिकता अब बहुत आने लगी। जन्म लेते बच्चे बोल सकते नहीं, डायपर से परेशान खोल सकते नहीं। दूध डब्बे के अब तो आने लगे, दूध पिलाने से अब घबराने लगे। शान बाहर के […]

May 16, 2023

माता और पिता – डाॅ.सलीम बाणदार

विषय- माता और पिता अपने माता पिता का कभी दिल दु:खाना नहीँ है। इस धरती पर भगवान के दिये हुए स्वर्ग है। इनका दिल दु:खा कर स्वर्ग को नर्क नहीं बनाना है। माता-पिता की सेवा और उनके प्यार से बढ़कर कोई दौलत नहीं है। माता का आँचल और पिता का सहारा ही स्वर्ग है। इनका दिल ना दुखाना कभी यह भगवान का कहना है। माँ […]

May 16, 2023

उजीयारा – डॉ.ज्योती कदम

उजीयारा मेरे प्यारे बेटे, तुम्हारा जन्म हुआ उन दिनों की यह बात है.. एक दिन मुठ्ठीभरके चांदनीयाँ मैने महीन पिस ली खलबत्ते मे उँडेलकर. फिर यह मिश्रण मैने धीरे से रख दिया तुम्हारी नन्हींसी जबानपर. अब देखो तो तुम्हारे शब्दोंसे फैल जाएँगा उजीयारा हरदिन हरपल. डॉ.ज्योती कदम नांदेड(महाराष्ट्र)

May 16, 2023

परिवार – रश्मि वर्मा

परिवार पिछले कुछ दिनों से एक बात मैंने महसूस की है कि चाहे स्टॉफ हो मित्र मंडली हो, सामाजिक कार्य हों, रिश्तों के बीच में हो ऐसी माताएं जिनके ख़ास कर बेटे विवाह योग्य हैं वे बहुत अधिक चिंतित दिखाई देती हैं चेहरे से कांति तो जैसे रफूचक्कर हो चुकी है बेटे की मां होने की खुशी एक चिंता बनकर चेहरे पर झलकती है | […]