परिवार हमारा सबसे प्यारा-डॉक्टर नरेश सिहाग एडवोकेट
परिवार हमारा सबसे प्यारा-
डॉक्टर नरेश सिहाग एडवोकेट
परिवार हमारा सबसे प्यारा,
एकता का प्रतीक, खुशियों का आकारा।
माँ की ममता, पिता का साथ,
बच्चों की हँसी, सबसे अनमोल बात।
साथी होते हैं हम हर गम में,
देते हैं सहारा, बनाते हैं सपनों को हकीकत से सुंवारा।
बड़े होते हैं आदर्श देश भक्त,
छोटे होते हैं चंचल और जिद्दी नत्त।
एक दूसरे का सम्मान करते हैं हम,
सदैव मिलकर ही रहते हैं खुशियों के क्रम।
खाने की चिंता, स्वास्थ्य का ध्यान,
सब एकजुट रहकर बनाते हैं जीवन का सामर्थ्य स्थान।
खेल-खिलौने, हँसी-मज़ाक की वो शोर,
हर वक्त खुश रहते हैं हम इकट्ठा, नहीं आती कभी अलगी सूर।
अपार प्यार बांधता है हम सबको,
सदैव उमंगों से भरा होता है हर पल को।
परिवार हमारा सबसे बड़ा धन,
हमेशा साथ रहने की है इच्छा, इसका नहीं होता कोई मोल-भावन।
जहाँ आत्मा और प्रेम की बारिश होती है,
परिवार की रोशनी में हमेशा भरपूर खुशियों की वर्षा होती है।
बोहल परिवार हमारा अनमोल रत्न।
डॉक्टर नरेश सिहाग एडवोकेट प्रधान संपादक गीना साहित्य संगम।