May 16, 2023
परिवार – डॉ.अनिल शर्मा
परिवार
मात पिता संग बच्चों के,एक साथ हो तो परिवार।
बस पारिवारिक संरचना,ही होती सुख का आधार।।
आधुनिक जीवन शैली में
बदला परिवार का रूप।
लुप्त हुए संयुक्त और नित
बढ़ता एकाकी स्वरूप।।
परिवर्तन की इस बेला में,
बदल रहा सारा संसार।
बस पारिवारिक संरचना ही होती सुख का आधार।।
भौतिक सुख वाली दौड़ में,
हम सब जब से हैं शामिल।
बने दिखावटी और सजावटी,
खुशी नहीं पाता यह दिल।।
बने औपचारिक नाते सब,
नहीं रहा है मन का व्यवहार।
बस पारिवारिक संरचना ही होती सुख का आधार।।
दादा दादी बच्चों के संग,
जब खेलें और बतियाएं।
जीवन मूल्यों से बच्चे तब
सहज ही परिचित हो जाएं।।
रिश्ते नातों की मर्यादा और
सीखें करना सबसे प्यार।
बस पारिवारिक संरचना ही होती सुख का आधार।।
डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’
धामपुर