May 16, 2023

बेटियाँ – दीपिका

By Gina Journal

बेटियाँ

ईश्वर का वरदान होती है बेटियाँ,
माता-पिता का मान होती है बेटियाँ,
पराया धन कहलाकर भी,
परायी कब होती है बेटियाँ?
किस्मत वाले होते है वो,
जिनके घर जन्म लेती है बेटियाँ।
बेटियाँ है तो जगमग सारा संसार है,
बिन इसके हर आँगन बेकार है,
हर घर की रोनक होती है बेटियाँ।
छोड़ दे बेटा तो सहारा देती है बेटियाँ।
माता-पिता की पीड़ा समझती है बेटियाँ।
लाख बंदिशों में रख ले ये जमाना,
अपने हौसलों से उड़ान भरती है बेटियाँ।
तुम जमीं पर क्या रोकोगे उसे?
चाँद छूने का हुनर रखती है बेटियाँ।
बेशक बेटा कुलदीपक है,
दो घरों की लक्ष्मी होती है बेटियाँ।
मौत के मुख में जाकर वंश बढ़ाती है बेटियाँ।
माँ,पत्नी, बहन, बेटी होने के,
सभी फर्ज निभाती है बेटियाँ।
अपनी ख्वाहिशें त्यागकर,
सदैव दूसरों के लिए जीती है बेटियाँ।
फिर भी न जाने क्यों जन्म से पूर्व?
अपनी जान गवाती है बेटियाँ।

-क्षत्रिय दीपिका
(गुजरात)