May 16, 2023
माँ – सुजाता जी नायक
माँ
माँ तू है मुझे सबसे प्यारी
माँ तू है सबसे न्यारी
तुझी से है यह सारा संसार
वरना सबकुछ है बेकार
खुद भूखी रहकर तूने मुझे खिलाया
उंगली पकड़कर तूने मुझे चलना सिखाया
गलती करने पर तूने है डाँटा
खुशी के समय तू बनी सहेली
तुझी से बने सारे रिश्ते ‐ नाते
तू ही है ममता की मूरत
तू तो है रब से मिला वरदान
तेरे बिना मैं होती पायदान
तू तो है खुशी की फुलकारी
करती हमेशा मुझे प्यार से पुचकारी
धन्य है माँ तुझे पाकर हम
कभी न हो तेरा प्यार कम
तू है तो हैं हम
जीवन में कोई नहीं हैं गम
तू है भगवान मेरी
करूँ हमेशा पूजा तेरी
तेरे गोद में सिर रखके पाया हमेशा सुकून
मिट गये सारी परेशानियों का तूफान
माँ तू है मुझे सबसे प्यारी
माँ तू है सबसे न्यारी
रचनाकार:‐ सुजाता जी नायक
मंगलूर, कर्नाटक