May 16, 2023
मांँ हर जन्म तेरी कोख से जन्म लूंँ – मधु अरोरा
मांँ हर जन्म तेरी कोख से जन्म लूंँ
तेरी प्यारी गोद तेरा ही घर चाहिए।
प्रदूषित बहुत भोजन हुआ अब
तेरे हाथों का दाल -भात चाहिए।
देख दुनिया की चिंता सताने लगी,
आधुनिकता अब बहुत आने लगी।
जन्म लेते बच्चे बोल सकते नहीं,
डायपर से परेशान खोल सकते नहीं।
दूध डब्बे के अब तो आने लगे,
दूध पिलाने से अब घबराने लगे।
शान बाहर के खाने में समझे,
साथ से बुजुर्गो के कतराने लगे।
आभासी सी दुनिया सारी हो गई,
फोन पर ही बस मुलाकात हो गई।
दादा-दादी तो अब संग में नहीं,
कमाई की दुनिया अब रह गई।
मां मुझे हर जन्म बस तू चाहिए,
प्यार भरा ममता का मोती चाहिए।
राजा रानी के किस्से सूनूं रात को,
भरपूर सब रिश्ते में प्यार चाहिए।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा