May 16, 2023
उजीयारा – डॉ.ज्योती कदम
उजीयारा
मेरे प्यारे बेटे,
तुम्हारा जन्म हुआ
उन दिनों की यह बात है..
एक दिन
मुठ्ठीभरके चांदनीयाँ
मैने महीन पिस ली
खलबत्ते मे उँडेलकर.
फिर
यह मिश्रण
मैने धीरे से रख दिया
तुम्हारी नन्हींसी जबानपर.
अब देखो तो
तुम्हारे शब्दोंसे
फैल जाएँगा
उजीयारा
हरदिन हरपल.
डॉ.ज्योती कदम
नांदेड(महाराष्ट्र)