Category: परिवार अंक

May 16, 2023

परिवार में नारी की श्रेष्ठता – आपी लंकाम

परिवार में नारी की श्रेष्ठता नारी परिवार का दुख , दर्द और पीड़ा झेलती है , आओ  उन्हें भी हम प्रेम दें । नारी परिवार को धैर्य और साहस देती है , आओ  उन्हें भी हम प्रोत्साहन दें । नारी परिवार का ख्याल रखती है और सेवा करती है , आओ  उन्हें भी हम सम्मान दें । नारी परिवार की जिम्मेदारियों के साथ आर्थिक परिस्थितियाँ […]

May 16, 2023

माँ मौन क्यों हो – सतीश कुमार पाल

माँ मौन क्यों हो माँ मौन क्यों हो तुम कुछ तो बोलो न ह्रदय में जो है छुपा वो राज दिल के खोलो न कुछ कहा फिर किसी ने तुम्हें या ! हुई कोई अनबन सी है क्यों मस्तक पर लकीरें गहन चिंतन की है माँ तुमने परिवार पर अपना सर्वस लुटाया है बिना कुछ कहे ही कर्तव्यों को निभाया है माँ तुम्हारी ये चुप्पी […]

May 16, 2023

पिता – वेद प्रकाश दिवाकर

पिता हे पिता परमेश्वर मेरे , तुम ही मेरे मान हो । नमन सदा चरणों में तेरे , तुम ही मेरे पहचान हो ।। बसे हुए हो रग – रग मेरे , बनकर लहू समान हो । नहीं कोई तुमसे बढ़कर, मेरे लिए भगवान हो ।। गुण – दोष का भेद कराया , सद्गुणों की तुम खान हो । जीवन पथ पर बढ़ना सिखाया , […]

May 16, 2023

माता-पिता का रूप – डॉ. वेद प्रकाश

        माता–पिता का रूप माता-पिता को, प्रथम गुरु लिख रहा हूं। देते हैं ऐसी शिक्षा,  जिसे उपदेश लिख रहा हूं।। बिना अपने बच्चों के, रहते हैं अधूरा। उन्हें मैं शत-शत ,नमन लिख रहा हूं।।   पिता को हीरा, माता को चंदन लिख रहा हूं। उनकी महानता को, वंदन लिख रहा हूं।। हर सपना बच्चों का,  करते हैं वह पूरा। उन्हें में शत-शत नमन लिख रहा […]

May 16, 2023

माँ दिवस मंगलमय हो – पृथ्वीसिंह बैनीवाल बिश्नोई

माँ दिवस मंगलमय हो ईश्वर का प्रतिरूप केवल मां है। ईश्वर रूप उपस्थित एक माँ है।। माँ के संतान को नहीं ना है। माँ तो जगत में हाँ ही हाँ है।। शब्द सुन प्यार उमड़ता माँ है। मन समावै भाव सागर माँ है।। करै नित्य सम्पूर्ण रक्षा है माँ। ये हमारी जीवन सुरक्षा है माँ।। हमारा जीवन आधार है माँँ। दृढ़ इंसानी संस्कार है माँ।। […]

May 16, 2023

जीवनयात्रा – डॉ कंचन जैन

जीवनयात्रा कुछ वक्त का ही फेर था, सुबह और शाम में । वरना मिले तो, दोनों ही अकेले ही थे । दिन शुरू सुबह से,और शाम को ढल गया। कुछ वक्त का ही फेर था । न मिलने का वक्त तुम पर था, न उसने दिया , तुम्हें । भागता रहा ताउम्र , न जाने किस आजमाइश में , आज थक कर, जब बैठा शून्य […]

May 16, 2023

प्यारी बिटिया – आशा झा

प्यारी बिटिया मेरी प्यारी बिटिया रानी,मेरी प्यारी गुड़िया रानी तुम ही तो जीवन में खुशियों की कहानी जब पहली बार तुम मेरे हाथों में आयी भरकर अंक तुझे सुखद अनुभूति पायी। अपने नन्हें हाथों से जब तूने मुझको थामा जीवन का संबल है तू ये अहसास है पाया। टुकुर-टुकुर आँखों से जब तूने संसार को ताका सतरंगी दुनिया की तू समझ रही सब माया। थोड़ी […]

May 16, 2023

घर बुलाता है – शैलेन्द्र कुमार

घर बुलाता है घर की बगिया में फूलों सा महकता है मांँ का आंँचल बहन का प्यार मुझ पर बसंती हवा सा बहता है पापा घने वृक्ष से करते रहते हैं सिर पर छांँव घनी भाई बनकर हवा मेरी सांँस सांँस में घुला रहता है लौट आओ, मेरा घर मुझसे हमेशा कहता है। दरवाजे का पेड़ मुझे बुलाता, खेत इशारे करता है पूरा परिवार मेरी […]

May 16, 2023

मातृत्व का एहसास – अंकिता गुप्ता

मातृत्व का एहसास मैँ थी अनजान माँ की भावनाओं से, थी अज्ञात उसकी दिलो दिमाग की कश्मकश से, मुझे नहीं था एहसास उसकी ममता का, मुझे नहीं था भाव उसके मातृत्व का, सोचा नहीं कभी माँ की तपस्या का, सोचा नहीं कभी उसके बलिदान का | एक सुबह जब, थामा मुझे छोटी सी मुट्ठी ने, देखा मुझे छोटी मुस्कान ने, तब एहसास हुआ क्या है […]

May 16, 2023

मां तो प्यारी मां होती है -निर्मला मूंदडा

मां तो प्यारी मां होती है वह बचपन बाहों का झूला। खुद उसका गीले मैं सोना। कभी ना मुख पर शिकवा लाना, हंसकर उसका लोरी गाना । रूठे को प्यार से मनाना, हाथ जोड़ भोजन करवाना। चूम चूम कर प्यार जताना, रोज-रोज नई बात सिखाना । हाथ जोड़कर विनय सिखाना , हंसकर सबसे प्यार जताना । अच्छी अच्छी सीख सिखाना, भाई बहन में स्नेह बढ़ाना। […]