Category: परिवार अंक

May 16, 2023

परिवार – डॉ.अनिल शर्मा

परिवार मात पिता संग बच्चों के,एक साथ हो तो परिवार। बस पारिवारिक संरचना,ही होती सुख का आधार।। आधुनिक जीवन शैली में बदला परिवार का रूप। लुप्त हुए संयुक्त और नित बढ़ता एकाकी स्वरूप।। परिवर्तन की इस बेला में, बदल रहा सारा संसार। बस पारिवारिक संरचना ही होती सुख का आधार।। भौतिक सुख वाली दौड़ में, हम सब जब से हैं शामिल। बने दिखावटी और सजावटी, […]

May 16, 2023

तुम जैसा कोई नहीं है मां! – धीरेंद्र कुमार जोशी

तुम जैसा कोई नहीं है मां! तेरी ममता की धार सदा, गंगा जल जैसी बही है मां तुम जैसा कोई नहीं है मां। तेरे आंचल की छांव, घने तरुवर के जैसी रही है मां। तुम जैसा कोई नहीं है मां। हमको राहत का दे आश्रय, तकलीफें कितनी सही है मां। तुम जैसा कोई नहीं है मां। तेरे संघर्षों की गाथा, अनलिखी और अनकही है मां। […]

May 16, 2023

मेरा प्यारा विश्व परिवार – राजेश तिवारी

मेरा प्यारा विश्व परिवार मेरा प्यारा विश्व परिवार । सर्व धर्म सम भाव समर्पित सब को नेह अपार ।। कोई हमसे दुखी न होये । बीज प्रेम के हमने बोये ।। निर्मल जल मानस का लेकर छिड़का है कई बार ।१ कुछ सम्प्रदाय शत्रुता रखते । करें कर्म जो फल भी चखते ।। धर्म दूसरा मिटाने वाले वो मूर्ख भोगें कष्ट हजार ।२ भांति भांति […]

May 16, 2023

मेरा पहला प्यार – डॉ0रमेश कुमार निर्मेष

:: मेरा पहला प्यार :: सनातन सृष्टि का एक अंग बन के मैं धरा पर आया था, प्रकृति ने कर चयन मेरा मुझे कर धन्य रखा था। नयी एक आशा बन के मैं माँ की कोख आया था, पता नहि कितनी मनौती का बन के परिणाम भाया था। बड़े शिद्दत से मेरी माँ ने बेशक पिता को चाहा था, पर इसमें शक नही कोई कि […]

May 16, 2023

मात पिता की करियो सेवा – प्रियव्रत रोहणा

मात पिता की करियो सेवा। पार उतर ज्यागा यो खेवा। भजन टेक. बड़ों का आदर करना चाहिए, खोटी करनी तै डरना चाहिए। ज्ञान हृदय म्हं भरना चाहिए, इनसे लेकै नै भाई। कली.1 बड़ो का जो आदर करते हैं मान,उनको मिलता है वरदान। यश बल ज्ञान उम्र लम्बी होज्या,सारे दाग जिगर के धोज्या। ऐब शबाब घमंड सब खोज्या,जो धारै सै नरमाई।। कली.2 मात पिता की जो […]

May 16, 2023

सागर: साझा परिवार – डॉ. आरती ‘लोकेश’

सागर: साझा परिवार मैं हूँ एक साझा परिवार! रचना मेरी सागर अपार। साथ जोड़ के ऐसे रखता, रसभरे दाने मध्य अनार। मैं हूँ एक … … जो जाता है जाने देता, लौट के आए आने देता। टकरा लौटी लहरों को फिर, चूम सहलाता बारंबार। मैं हूँ एक … … रत्न निधि सहेज के रखता, मेहनत करने वाले को देता। बैठ किनारे देखने वाले, पा जाते […]

May 16, 2023

बेटियाँ – दीपिका

बेटियाँ ईश्वर का वरदान होती है बेटियाँ, माता-पिता का मान होती है बेटियाँ, पराया धन कहलाकर भी, परायी कब होती है बेटियाँ? किस्मत वाले होते है वो, जिनके घर जन्म लेती है बेटियाँ। बेटियाँ है तो जगमग सारा संसार है, बिन इसके हर आँगन बेकार है, हर घर की रोनक होती है बेटियाँ। छोड़ दे बेटा तो सहारा देती है बेटियाँ। माता-पिता की पीड़ा समझती […]

May 16, 2023

कुटुंब बगीचा खुशियों का – डॉ० कामाक्षी शर्मा

कुटुंब बगीचा खुशियों का कुटुंब बगीचा खुशियों का, इसको बड़ों ने सींचा है| हर उलझन को सुलझाने का , परिवार के पास है तरीका | हर मुश्किल में जो साथ खड़ा , हर कदम पकड़ कर हाथ खड़ा| हर खुशियों को ले साथ खड़ा, दादी बाबा का प्यार मिला| संस्कृति धन अपार मिला, मम्मी पापा का प्यार मिला। खुशियां मिलती हर कदम-कदम , खुशियों से […]

May 16, 2023

मेरे पापा – डॉ शशिकला अवस्थी

मेरे पापा स्वर्गीय पंडित सीताराम त्रिपाठी – मेरे पापा,को कोटि-कोटि नमन ,अर्पित श्रद्धा सुमन । आपकी माता राजरानी पिता हनुमान प्रसाद त्रिपाठी के पुत्र सीताराम थे महान । दादा गोकुल प्रसाद त्रिपाठी का रोशन किया खानदान। ग्राम भदोसी, कन्नौज, उत्तर प्रदेश पावन जन्म स्थान। 17 वर्ष अल्पायु में शिक्षा और नौकरी के लिए ,इंदौर किया प्रस्थान। परिवार की परवाह सर्वोपरि, हर पल देते थे हम […]

May 16, 2023

मेरा परिवार – डॉO मीनू शर्मा

मेरा परिवार सूर्य सा प्रकाशित परिवार है, इसमें खुशियों की बहार है | अंतर्मन से उठती पुकार है, यह मेरा सुंदर परिवार है | हर उलझन को सुलझाए में, हर घड़ी बात सुलझाने में| हर कदम -कदम तैयार है, यह मेरा सुंदर परिवार है| आहत होता जब भी मन, साथ खड़े हर कदम कदम| हताशा आई घर आंगन , परिवार बना शीतल चंदन| सूर्य किरण […]