109. समकालीन दलित उपन्यासों में चित्रित विषय वैविध्य-अल्का के पि
Page No.: 767-771 समकालीन दलित उपन्यासों में चित्रित विषय वैविध्य अल्का के पि समकालीन हिंदी साहित्य में दलित साहित्य का महत्वपूर्ण स्थान है । दलित साहित्य दलितों की अस्मिता और अस्तित्व की पहचान कराती हैं । भारतीय समाज में मुख्य रूप से हिंदू समाज में छुआछूत की भावना हमेशा से सजीव रहा है।दलित साहित्य ने समाज के इन्हीं खोखलेपन को व्यक्त करते हुए […]