Category: विशेषांक-समकालीन हिन्दी साहित्य और विमर्श

June 6, 2023

105. महिला आत्मकथा साहित्य में स्त्री विमर्श-विधा देवी पटेल

Page No.: 741-744  महिला आत्मकथा साहित्य में स्त्री विमर्श-विधा देवी पटेल ➢ fo|k nsoh iVsy ¼’kks/kkFkhZ&ØkbLV ppZ ih- th- dkyst dkuiqj½ ➢ M‚- lqtkrk prqosZnh   ¼’kks/k funsf’kZdk & ,lksf’k,V çksQslj ØkbLV ppZ ihåthå dkyst dkuiqj½ foeZ’k dk vFkZ gS & thoUr cglA fdlh leL;k ;k fLFkfr dks ,d dksa.k ls u ns[k dj fHkUu ekufldrkvksa] –f”V;ksa] laLdkjksa vkSj oSpkfjd çfrc)rkvks dk lekgkj djrs gq, […]

June 6, 2023

104. समकालीन हिन्दी साहित्य में दलित विमर्श-डॉ.सी.बालकृष्ण

Page No.: 735-740 समकालीन हिन्दी साहित्य में दलित विमर्श-डॉ.सी.बालकृष्ण सार साहित्य   किसी   जाति ,  धर्म   या   वर्ग   का   साहित्य   नहीं   है ,  बल्कि   यह   संपूर्ण   मानवता   की   बात   करने   वाला   साहित्य   है।   साहित्य   ब्रह्मानंद   सहोदर   है ,  साहित्य   वह   सूरम्य   रचना   है ,  जो   हृदय   से   निकल   कर   हृदय   को   ही   प्रभावित   करती   है।   साहित्य   और   सामाजिक   जीवन   का   अन्योन्याश्रित   संबंध   रहा   है।   समाज   जीवन ,  सामाजिक   चेतना ,  सामाजिक   परिवेश  […]

June 6, 2023

103. हिंदी साहित्य में समकालीन आधुनिक विमर्श -डॉ. पायल लिल्हारे ‌‌

Page No.: 725-734 हिंदी साहित्य में समकालीन आधुनिक विमर्श              ‌       डॉ. पायल लिल्हारे ‌‌                  सहायक प्राध्यापक हिंदी            अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय निवाड़ी               मो- 7987131767           ईमेल- payalgurukul@gmail.com ——————————————                        संसार में जो कुछ घटित होता है उसकी अभिव्यक्ति साहित्य में होती है। साहित्यकार का ह्रदय समाज की संवेदनाओं से स्पंदित होता है। वह समाज की नब्ज […]

June 4, 2023

102. उत्तर आधुनिकता एवं दलित विमर्श- डाॅ0 प्रिया सिंह

Page No.: 721-724 mÙkj vk/kqfudrk ,oa nfyr foe’kZ  MkW0 fiz;k flag    vflLVsaV izksQslj ¼fgUnh foHkkx½ djker gqlSu eqfLye xYlZ ih0th0 dkWyst   lkjka’k mÙkj&vkèkqfudrk dks le>us ls igys vkèkqfudrk dks le> ysuk vfr vko’;d cu tkrk gS] D;ksafd vkèkqfudrk mÙkj vkèkqfudrk dh iwoZ ço`fÙk ,oa dky jgk gSA vkèkqfudrk ds dkj.k gh mÙkj&vkèkqfudrk dk mn~Hko gqvk gSA mÙkj vk/kqfudrkokn vius vkiesa ,d u, fopkj […]

June 3, 2023

101.हिंदी कहानियों में चित्रित वृद्धावस्थाजनित एकाकीपन-उज्ज्वल सिंह

Page No.: 712-720 हिंदी कहानियों में चित्रित वृद्धावस्थाजनित एकाकीपन नाम – उज्ज्वल सिंह पीएच.डी. शोधार्थी राजीव गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश   भूमिका मनुष्य अपने संपूर्ण जीवन में किसी न किसी प्रकार की तैयारियों में लगा रहता है। कभी अपने भविष्य को सुखमय बनाने के लिए कठिन परिश्रम करता है तो कभी बच्चों के भविष्य को सुखमय बनाने के लिए कठिन परिश्रम करता है। उसका सारा […]

June 3, 2023

100. पत्रकारिता विमर्श-एस. राजलक्ष्मी

Page No.: 707-711 पत्रकारिता विमर्श एस. राजलक्ष्मी सहायक प्राध्यापिका ए एम जैन महाविद्यालय , चेन्नई            पत्रकारिता वर्तमान समय में बहु आयामी हो गई है। पहले साहित्यिक  रूप में ही पत्रकारिता का प्रकाशन प्रारंभ हुआ और प्रचलित भी हुआ। जब से व्यवसाय का रूप में पत्रकारिता अवतरित हुआ तब से बहुपथनिय हो गई है। बदलते समयानुसार  पत्रकारिता का स्वरूप और उसकी चुनौती में भी काफी […]

June 3, 2023

99. ‘ग्रामसेविका’ उपन्यास में अभिव्यक्त ग्रामीण नारी जीवन-अनीषा.एन

Page No.: 702-706 ‘ग्रामसेविका’ उपन्यास में अभिव्यक्त ग्रामीण नारी जीवन अनीषा.एन   अमरकांत उन प्रतिबद्ध लेखक में थे जो अपने समय की यथार्थ को दूसरों तक सरल रूप से पहुंचाते थे।चाहे वह किसी भी विषय से जुड़े हो।अमरकांत द्वारा लिखित ग्रामसेविका उपन्यास ऐसा एक उपन्यास है जो ग्रामीण सभ्यता को सामने रखकर एक नारी का संघर्ष गाथा को अभिव्यक्त करती है।गावों के जीवन पर आधारित […]

June 3, 2023

98. पीटर पॉल एक्का के कहानियों में आदिवासी स्त्रियों का जीवन संघर्ष-पूजा पॉल

Page No.:693-701 पीटर पॉल एक्का के कहानियों में आदिवासी स्त्रियों का जीवन-संघर्ष  ‘परती जमीन’ कहानी-संग्रह के विशेष संदर्भ में पूजा पॉल   शोध सारांश आदिवासी साहित्य में कहानी को सबसे प्रसिद्ध एवं लोक प्रचलित विधा माना जाता है I कथा लेखन की विधा में आदिवासी साहित्यकार पीटर पॉल एक्का का नाम बहुत चर्चित है I उनके द्वारा रचित परती जमीन कहानी-संग्रह में आदिवासी स्त्रियों की […]

June 3, 2023

96. समकालीन साहित्य में सांस्कृतिक विमर्श-डाॅ0 राजेश वर्मा और अपर्णा द्विवेदी

Click Here To Download Your Paper   समकालीन साहित्य में सांस्कृतिक विमर्श-डाॅ0 राजेश वर्मा और अपर्णा द्विवेदी