95. हिंदी साहित्य में दलित चेतना का उद्भव-भारती
Page No.: 667-675 हिंदी साहित्य में दलित चेतना का उद्भव भारती पीएचडी शोधार्थी हिंदी विभाग,दिल्ली विश्वविद्यालय चेतना का संबंध चेतन मन से है। अर्थात् नींद से जागना। सुप्त अवस्था से जागृत अवस्था में प्रवेश करना ही चेतना है। चेतना जीवधारियों में रहनेवाला तत्व है, जो इन्हें निर्जीव पदार्थों से भिन्न बनाता है। दूसरे शब्दों में हम उसे मनुष्यों की जीवन क्रियाओं को चलाने वाला […]