65. दलित लेखिका का जीवन संघर्ष: ‘अपनी जमीं अपना आसमां’ में – बिंदु आर
Page No.: 466-472 दलित लेखिका का जीवन संघर्ष: ‘अपनी जमीं अपना आसमां’ में बिंदु आर सारांश समकालीन यथार्थ का चित्रात्मक स्वरूप ही साहित्य है। साहित्य का समकालीन परिस्थितियों से गहरा संबंध है। साहित्य समाज का दर्पण है। किसी भी युग की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक समस्याओं का समग्र चित्रण ही समकालीन बोध है।“1 समकालीन हिंदी साहित्य में आज कई विमर्श उभर कर आई है […]