42. इक्कीसवीं सदी के हिंदी उपन्यासों में किसान विमर्श – रघुवीर दान चारण
Page No.:289-295 इक्कीसवीं सदी के हिंदी उपन्यासों में किसान विमर्श – रघुवीर दान चारण उपन्यास साहित्य हिन्दी की सशक्त विधा है। उपन्यास में किसी घटना की विस्तृत जानकारी तथ्य वर्णित होते हैं। हिन्दी के उपन्यासकारों ने विभिन्न विषयों को आधार बनाकर उपन्यासों की रचना की। हिन्दी कथा साहित्य में ऐतिहासिक, सामाजिक, राजनीतिक, जीवनीपरक, मनोवैज्ञानिक इत्यादि अनेक विषयों से सम्बन्धित उपन्यासों की रचना हुई है। हिन्दी […]