80. आरंभिक हिन्दी उपन्यासों में स्त्री का स्वरूप – सलमान
आरंभिक हिन्दी उपन्यासों में स्त्री का स्वरूप – सलमान शोध आलेख सार : हिन्दी उपन्यास का आरंभ आधुनिक युग में होता है । आधुनिक युग का आरंभ नवजागरण से माना जाता है, स्त्री नवजागरण के केंद्र में रही है । नवजागरण की तमाम चिंताओं में स्त्री के सामाजिक और सांस्कृतिक सुधार की चिंता सबसे अहम है । समाज-सुधारकों और चिंतकों का मानना था किसी […]