28. चित्रा मुद्गल के उपन्यास ‘एक ज़मीन अपनी’ में स्त्री-पात्रों का संघर्ष – नियति अग्रवाल
चित्रा मुद्गल के उपन्यास ‘एक ज़मीन अपनी’ में स्त्री-पात्रों का संघर्ष – नियति अग्रवाल सारांश- ‘एक ज़मीन अपनी’ चित्रा मुद्गल का पहला उपन्यास है। विज्ञापनों की दिखावटी और भ्रष्ट दुनिया में अपनी स्वाधीनता और आधुनिकता खोजती मध्यवर्गीय स्त्री के अंतर्विरोधी संघर्षों को लेखिका ने संतुलित और सधेपन से इस उपन्यास में उठाया है। स्त्री चाहे जहाँ भी हो, वह शोषण का शिकार बनती है। कुछ […]